इस पत्ती की चाय रोज सुबह पी लें 15 दिन में आँखों की रौशनी होगी इतनी तेज की आपका वर्षों से लगा चस्मा उतर जायेगा

 आँखों की रौशनी कैसे बढ़ाना चाहिए 

 आज हम आपको बताएँगे की आँखों की रौशनी नेचुरल तरीके से कैसे बढ़ाना चाहिए | हम आपको ऐसी पत्ती केबारेमें बताएँगे जो आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा |आजकल के लाइफ स्टाइल के कारण आँखों की रौशनी कम हो जाती है और हमें मजबूरन चस्मा लगाना पड़ता है | हमारे प्रकृति ने हमें इन सबका उपाय भी दिया है बस हमें जानने की जरूरत है | आज हम आपको इक ऐसी चाय के बारे में बताएँगे जो आपके आँखों की रौशनी को बढ़ाने में सहयोग कर सकती है  |

आँखों की रौशनी कम होने का कारण 

आजकल हमारी खान -पान और लाइफस्टाइल ऐसी हो गयी है , जिसका सीधा असर हमारी आँखों पर पड़ता है और आँखों की राशनी कम होने लगाती है | जैसे :- मोबाइल में हर वक्त लगे रहना , बहुत पुस्तक पढना , अधिक टीवी देखना या लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल करना | इन सभी कारणों से आँखों की राशनी धीरे धीरे कम होने लगती है| हो सकता है की हमारे शरीर में कुछ पोषक तत्वों की कमी होने के कारण भी आँखों की रौशनी कम हो जाती 

है खासकर विटामिन A की कमी से भी आँखों की रौशनी कम हो सकती है कभी कभी आंख में कुछ कचरा पड़ 

जाता है तो हम आंख को ज्यादा मल ( रगड़ ) देते है जिससे हमारी आँखों को नुकसान हो सकता है 

मलबेरी या शहतूत की पत्ती की चाय के फायदे 

 *आँखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करती है 

*वजन कम करने में मददगार

*ह्रदय के लिए फायदा करता है 

*इम्युनिटी को बुस्ट करती है 

*शुगर लेवल को कम करती है 

*पाचन क्षमता बढाती है 

*अच्छी नींद लेने में सहायता करती है 

*आँखों के दर्द ,गले के दर्द ,सिर के दर्द , और बुखार  में रहत दिलाती है 

*सर्दी जुकाम में फायदेमंद 

शहतूत के पत्तों से बनी चाय में एंटी आक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है | कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने के साथ साथ 

हार्ट को हेल्दी रखने तथा हार्ट की बीमारियों को भी कम करता है | और सब से बड़ी बात यह कैफीन फ्री होता 

है , शहतूत के पत्ती की बनी चाय हल्की कडवी तथा तटस्थ मिठास वाली हेल्दी चाय होती है 

शहतूत की चाय बनाने की विधि 

शहतूत की चाय बनाए के लिए आप ताजी पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते है | इसके लिए आप ताजी पत्तियों को 

साफ पानी में धोकर उबलते हुए पानी में  डालें और 4 से 5  मिनट तक पकाएं आप अपनी इच्छानुसार हल्की 

चीनी भी डाल सकते है अगर शुगर पेशेंट है तो शक्कर मत डालें 

आप धुप में सुखाकर भी पत्तियों को रख सकते है | इसके लिए आप 2 चम्मच सुखी पत्तियों का चूर्ण  4 कप पानी 

में डालकर तब तक पकाए जब तक पानी आधा न हो जाये , फिर इसे छानकर शहद मिलाकर उपयोग करें 

 नुकसान 

शहतूत की पत्तियां जो बहुत शारी बिमारियों में लाभदायक है , वहीँ थोडा बहुत नुकसान भी है इसमें सफ़ेद दुधिया 

रस होता है जिसे लेटेक्स कहते है जोकि त्वचा में जलन पैदा कर सकती है | इसे सीधे चबाकर खाना या निगलना 

सही नहीं है इससे अतडियोंमें सुजन, पतला दस्त , या पेट खराब हो सकता है 

नोट ;-

यह लेख सामान्य लेकिन सटीक  जानकारी के आधार पर लिखा गया है | फिर भी इस्तेमाल करने से पूर्व डाक्टर 

की सलाह जरुर लें    

                   धन्यवाद् 


 




Post a Comment

Previous Post Next Post